मुझफ्फरपुर से मनिता जी बिहार मोबाईल वाणी के माध्यम से बताती हैं कि हर रोज आगे निकलने के होड़ में ऑटो चालक जान की परवाह नहीं करते,थोड़ी सी लापरवाही के कारण ही दुर्घटना होती है अब तक लोग इसके चपेट में आ कर अपना हाथ-पाँव तुड़वा चुके हैं,ऑटो चालक क्षमता से अधिक १० से १३ आदमी को बैठा कर चलते है चालक की सिट पर भी चार आदमियों को बैठाया जाता है,विरोध करने पर चालक यात्रियों से उलझ जाते हैं ,भारत में १४ वर्ष उम्र के बच्चे भी ऑटो चला रहे हैं आज सड़क पर इसकी रफ़्तार बेलगाम है इसकी चपेट में आ कर लोग दुर्घटना का शिकार हो रहे है। दोस्तों अगर आप भी हमारे साथ इस तरह की जानकारी या अपना विचार बांटना चाहते हैं ,तो मिस्ड कॉल जरूर करें हमारा निःशुल्क नंबर पर,नंबर है-08800984861।