चीन में बढ़ते संक्रमण के मद्देनजर, एलर्ट पर स्वास्थ्य विभाग पीआईसीयू वार्ड का सीएमएस ने किया निरीक्षण संतकबीरनगर: चीन में इन दिनों छोटे बच्चे निमोनिया के चपेट में अधिक आ रहे हैं। इससे वहां के अस्पतालों में बीमार बच्चों से बेड भर चुके हैं। छोटे बच्चों में सर्दी , खांसी, जुकाम व बुखार समेत अन्य समस्याएं आ रही हैं। इन रोग से पीड़ित बच्चे यदि अस्पताल में अधिक मात्रा में आए तो इसके लिए सीएमएस ने तैयारी प्रारंभ कर दी है। सोमवार को पीआईसीयू वार्ड का उन्होंने निरीक्षण किया। वैसे तो अस्पताल में छोटे बच्चों के उपचार के लिए दस बेड का पीआईसीयू वार्ड संचालित है। इसके अलावा एसएनसीयू व तीस बेड का अलग से एक अस्पताल संचालित हो रहा रहा है। इसमें बीमार बच्चों को भर्ती कर उपचार किया जाता है। जो गंभीर रूप से बीमार बच्चे रहते हैं उन्हे चिकित्सक पीआईसीयू वार्ड में भर्ती कर उपचार करते हैं। इस वार्ड में दस बेड पर वेंटिलेटर भी लगे हैं ताकि यदि मरीज गंभीर हो जाएं तो चिकित्सक उनका बेहतर उपचार कर सकें। वैसे अब ठंडक ने दस्तक देना शुरू कर दिया है, ऐसे में खर्दी,खांसी, बुखार से पीड़ित बच्चों की संख्या अब बढ़ती जाएगी। जिसको लेकर अस्पताल प्रशासन चौकन्ना हो गया है। बाल रोग विशेषज्ञ की 24 घंटे रहती है तैनाती पीआईसीयू वार्ड में 24 घंटे बाल रोग विशेषज्ञ की तैनाती रहती है। इसके अलावा टेक्नीशियन, वार्ड ब्वाय, स्टाफ नर्स के अलावा अन्य कर्मी तैनात रहते हैं। इन कर्मियों की शिफ्ट के तहत डियूटी लगाई जाती है, ताकि मरीज को परेशानी न हो। इन वार्ड में दवाओं की भरपूर उपलब्धता रहती है । वैसे तो हमारे वहां बच्चों को भर्ती कर उपचार करने के लिए भरपूर बेड व वेंटिलेटर है। पोर्टेवल वेंटिलेटर भी हमारे पास हैं। मरीजों की संख्या बढ़ती है तो सब तैयार हैं। -डॉ भवनाथ पांडेय, सीएमएस