शराब के साथ पकड़े गये भिखारी चौधरी की सदर अस्पताल में इलाज के दौरान बुधवार को मौत हो गयी। वह संग्रामपुर थाना क्षेत्र के जलहां वार्ड नम्बर 12 का निवासी था। मौत के बाद गांव से पहुंचे परिजनों ने सदर अस्पताल में मुआवजा के लिये हंगामा किया। काफी मसक्कत के बाद पुलिस ने शव को बरामद कर पोस्टमार्टम के लिये भेजा। दंडाधिकारी मणि भूषण प्रसाद की देखरेख में डॉक्टरों ने शव का पोस्टमार्टम किया। उसके बाद परिजन प्राइवेट एम्बुलेंस से शव को अपने गांव ले गये। मृतक के भाई मिथिलेश कुमार ने बताया कि 23 अप्रैल की शाम संग्रामपुर पुलिस ने उसे गिररफ्तार किया था। गिरफ्तारी के दूसरे दिन कोविड जांच के लिये सदर अस्पताल लाया गया। सदर अस्पताल पहुंचते ही उसकी तबियत खराब हो गयी। 25 अप्रैल को संग्रामपुर पुलिस ने सदर अस्पताल में भर्ती कराया। इलाज कर ने वाले डॉक्टर उसके पूर्जा पर अल्कोहल की बात लिखी है। इलाज के दौरान आज सुबह उसकी मौत हो गयी। सुबह आठ बजे संग्रामपुर का चौकीदार मृतक के घर जाकर परिजनों को सूचना दी कि भिखारी बीमार है अस्पताल में सभी चलिए। परिजन जब अस्पताल पहुंचे तो उसकी मौत हो चुकी थी। मौत की सूचना मिलते ही पुरुष व महिलाएं अस्पताल में ही हंगामा करने लगी। परिजनों ने मुआवजा की मांग को लेकर काफी देर तक हंगामा करते रहे। काफी मान मनोवलव मसक्कत के बाद परिजन शांत हुये।