पीपराकोठी, एक संवाददाता। कस्तूरबा विद्यालय में अब दिव्यांग बेटियों का भी नामांकन होगा। इसके लिए कस्तूरबा विद्यालय का चयन किया गया है। इन विद्यालयों में नेत्रहीन और श्रवण विहीन छात्राओं का नामांकन होगा। बताया जाता है कि पहले चरण में जिले के कस्तूरबा विद्यालयों ने 50 नेत्रहीन और श्रवण विहीन का नामांकन लिया जायेगा। इसके लिए सभी कस्तूरबा विद्यालय की मूलभूत संरचना को ठीक किया जा रहा है। सभी कस्तूरबा विद्यालयों में विशेष शिक्षक रखें जाएंगे। बता दें कि बिहार शिक्षा परियोजना परिषद द्वारा राज्यभर में सर्वे किया गया था। इसमें जीरो से 18 वर्ष तक के जिलेवार दिव्यांग बच्चों को चिह्नित किया गया। सर्वे में चिह्नित नेत्रहीन और श्रवण विहीन बच्चियों का नामांकन उसी जिले के कस्तूरबा विद्यालय में करवाया जाएगा। इसके अतिरिक्त सभी सरकारी स्कूलों के पोषक क्षेत्रों में दिव्यांग बच्चों को चिह्नित कर नामांकन किया जाएगा। स्कूल में समय से दाखिला कराने के लिए कैलेंडर तैयार किया गया है। कैलेंडर के अनुसार दिव्यांग बच्चों को चिह्नित किया जाएगा। इसमें जीरो से लेकर 18 वर्ष तक के दिव्यांग शामिल होंगे। इस उम्र के दिव्यांग बच्चों को चिह्नित करने बाद उन्हें वैसी सभी सुविधाएं दी जाएंगी जो दिव्यांगों के लिए जरूरी है। इस पूरी प्रक्रिया में शिक्षा विभाग, स्वास्थ्य विभाग, समाज कल्याण विभाग और ग्रामीण विकास विभाग संयुक्त रूप से काम कर रहा। जिला स्तर पर अनुश्रवण समिति, प्रखंड स्तर पर प्रखंड समिति का गठन करना है। इस कैलेंडर को जिला शिक्षा पदाधिकारी द्वारा तैयार किया गया है। बिहार शिक्षा परियोजना परिषद द्वारा 2022 में दिव्यांग बच्चों का सर्वे किया गया था। जिसमें दिव्यांग बच्चे चिह्नित किये गये। और उनका दाखिला स्कूलों में करवाया गया। इस वर्ष चयनित दिव्यांग बेटियों का नामांकन समीप के कस्तूरबा विद्यालय में भी किया जाएगा।