सूबे के विश्वविद्यालयों में स्नातक स्तर पर शुरू हो रहे च्वाईस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम (सीबीसीएस) कोर्स में कई विषयों में कक्षाएं वीडियो के जरिए चलाई जाएंगी। उच्च शिक्षा निदेशालय इस पर काम कर रहा है। किताबें तैयार होने तक शिक्षक वीडियो मैटेरियल बनाकर इनसे पढ़ाएंगे। राज्य के उच्च शिक्षा सलाहकार प्रो. एनके अग्रवाल ने बताया कि सीबीसीएस के तहत जो भी नए कोर्स शुरू होंगे उनका स्टडी मैटेरियरल शिक्षक तैयार करेंगे। यही नहीं, उसकी ऑनलाइन कक्षा भी लेंगे। इसके लिए सभी विश्वविद्यालयों से स्मार्ट क्लास की स्थिति की जानकारी मांगी गई है। स्मार्ट क्लास के अलावा विवि में तकनीकी सुविधाओं की क्या स्थिति है, इसका विवरण भी मांगा गया है। प्रो. अग्रवाल ने बताया कि स्नातक का सिलेबस बनाने के लिए गठित कमेटी ने अपना काम शुरू कर दिया है। सिलेबस तैयार करने के लिए राजभवन ने पांच कुलपतियों की कमेटी बनाई है। इस कमेटी के समन्वयक प्रो. अग्रवाल बनाए गए हैं। इसी सत्र से बिहार के सभी विश्वविद्यालयों में स्नातक का नया सिलेबस जारी होगा। 50 से अधिक कॉलेजों में नहीं है स्मार्ट क्लास बीआरएबीयू में 111 कॉलेज हैं जिनमें स्नातक की पढ़ाई होती है। इसमें 50 से अधिक कॉलेजों में स्मार्ट कक्षाएं नहीं हैं। वर्ष 2015 में नैक के मूल्यांकन के समय पीजी विभाग और कुछ कॉलेजों में स्मार्ट क्लास बनाए गए थे, लेकिन वह भी अब नहीं चलते हैं। स्मार्ट क्लास में पढ़ाने के लिए शिक्षकों को प्रशिक्षण नहीं दिया गया है और कर्मचारी भी नहीं हैं। विश्वविद्यायल के शिक्षकों ने बताया कि कॉलेजों में संसाधन की कमी है। ऐसे में हमलोग वीडियो से कक्षाएं कैसे लेंगे।
