विभिन्न थाना क्षेत्रों में 20 लोगों की संदिग्ध स्थिति में मौत की खबर से जिले में हाहाकार मच गया है। प्रशासन जहां इसे संदिग्ध मौत बता रहा है। वहीं, मृतक के परिजन शराब पीने के बाद मौत होने की बात बता रहे हैं। इस पूरे मामले में जिला प्रशासन, पुलिस व उत्पाद विभाग कुछ भी बताने से परहेज कर रहे हैं। मगर जिस तरह से शराब धंधेबाजों की धरपकड़ तेज हुई है, वह शराब से मौत की घटना के तरफ इशारा कर रही है। इस बात को मृतक के परिजन व ग्रामीण भी कैमरे के सामने स्वीकार करते नजर आए हैं। उत्पाद विभाग के सूत्रों के अनुसार, 20 मौतों के पीछे स्प्रिट से निर्मित शराब का मामला हो सकता है। शराब धंधेबाज कच्चे स्प्रिट, इथेनॉल व अन्य केमिकल से डुप्लीकेट देसी व विदेशी शराब तैयार करते हैं। यह शराब जहरीली होती है। उत्पाद विभाग की टीम ने पिछले 17 मार्च को चकिया थाना के अहिरौलिया स्थित एक कृषक वेयरहाउस से कंटेनर व पिकअप सहित करीब एक करोड़ रुपये मूल्य का कच्चा स्प्रिट जब्त किया था। इस मामले में कंटेनर चालक सहित चार शराब धंधेबाज गिरफ्तार किये गए थे। कंटेनर व पिकअप से 20 लीटर के जार में 160 जार यानी करीब 32 सौ लीटर कच्चा स्प्रिट बरामद किया गया था। स्प्रिट को जेसीबी हाइड्रोलिक ऑयल के जार में प्लास्टिक के थैले के अंदर छुपा कर रखा गया था।