आग बुझाने के लिये फायरविग्रेड गाड़ी में पानी भरने के लिये शहर में लगे 42 हाइड्रेंट चालू स्थिति में है। शहर के मेन रोड में श्रीलेदर के पास का हाइड्रेंट खराब पड़ा है। उसे चालू करने की दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। वहीं जिले के विभिन्न स्थानों पर 115 हाइडेंट लगाये गये हैं। जिसमें से असानी से पानी भरा जाता है। ग्रामीण स्तर पर नलजल से अटैचकर पानी भरने का प्रस्ताव अधर में लटका है। अग्निशाम पदाधिकारी अविनाश कुमार का कहना है कि जहां हाइड्रेंट लगे हैं वहां से पानी भरने में कोई परेशानी नहीं होती है। ग्रामीण स्तर पर असानी से पानी भरने की योजना के प्रस्ताव पर काम चल रहा है। स्वीकृति मिलने पर नलजल की टंकी में ही अटैचमेंट लग जायेगा और उससे असानी से दमकल गाड़ी में पानी भरा जा सकता है। यह सुविधा मिलने पर कहीं और कभी भी असानी से पानी उपलब्ध रहेगा और आग पर काबू जल्द पाया जा सकता है। जिले मे लगे हैं 115 हाइड्रेंट जिले के सभी अनुमंडल क्षेत्रों में कुल 115 हाइड्रेंट लगे है जहां से असानी से पानी भरा जाता है। सदर अनुमंडल क्षेत्र में 43, अरेराज में 17, पकड़ीदयाल में 14, रक्सौल में 23, चकिया में 11 व सिकरहना में 07 स्थानों पर हाइड्रेंट लगाये गये हैं।
