ज्ञानबाबू चौक स्थित गुरुद्वारा श्री गुरुसिंघ सभा में खालसा पंथ का 324वां स्थापना दिवस हर्षोल्लास के साथ वैशाखी पर्व रुप में मनाया गया। इस अवसर पर अनेक लोगों ने बड़ी संख्या में गुरुद्वारे में मत्था टेका और अपने परिवार,समाज व देश में अमन-चैन की कामना की। कार्यक्रम को लेकर सहज पाठ की समाप्ति के बाद पटना साहिब से पधारे हजूरी रागी हरभजन सिंह के जत्थे ने संगीतमय गुरुवाणी कीर्तन कर गुरुद्वारा सहित आसपास के वातावरण को पूरा भक्तिमय बना दिया था। वहीं गुरुवाणी विचार के क्रम में उपस्थित लोगों को वैशाखी की बधाई देते हुए गुरुद्वारा श्री गुरुसिंघ सभा के अध्यक्ष सतपाल सिंह छाबड़ा ने खालसा पंथ की स्थापना दिवस पर चर्चा करते हुए कहा कि गुरु गोविंद सिंह ने मानवता की रक्षा के लिए पंच प्यारे के रुप में खालसा पंथ की स्थापना कर एक आदर्श स्थापित किया था और सिख गुरुओं के सभी उपदेशों को गुरुग्रंथ साहिब में संगृहित किया था। खालसा पंथ की स्थापना हो जाने पर उनदिनों समाज में व्यापत रुढ़िवादिता आदि बाधाएं अपने आप दूर हो गयी।
