अगलगी की घटनाओं से निपटने के लिये अग्निशमन विभाग की 34 गाड़ियां चौबीस घंटे तैयार रहती है। सरकार के निर्णय के अनुसार जिले के सभी थानों में फायर व्रिगेड की गाड़ियां उपलब्ध नहीं करायी गयी है। अभी 27 थानों व छह अनुमंडलों में फायर व्रिगेड की गाड़ियां उपलब्ध रहती है। आग की सूचना या मैसेज आते ही गाड़ी दो मिनट में फायर स्टेशन से बाहर निकल जाती है। घटनास्थल पर पांच मिनट के अंदर उसे पहुंच जाना है। गाड़ियों को विभिन्न थानों से इस तरह से सेटिंग है कि आग वाली घटनास्थल पर पहुंचने में उसे सात मिनट से अधिक नहीं लग सकता है। अग्निशामालय अधिकारी रंजीत कुमार का कहना है कि हॉट स्पॉट चिन्हित कर वहां अग्निशमन की गाड़ियां भेजी गयी है। वहां रेडी पॉजिशन में फायर वाहन उपलब्ध रहते है। सूचना मिलते ही गाड़िया पहुंच आग पर काबू पायेगी। 14 अप्रैल से 20 तक अग्निशमन विभाग सेवा सप्ताह मना रहा है। जिसमें कई कार्यक्रम आयोजित होंगे।
