जिले में अगलगी की 75 प्रतिशत घटनाएं शॉटसर्किट से होती है। वहीं हाईटेंशन तार के लुज शटिंग के बाद स्पार्क करने से फसलों व घरों में आग लग जाती है। इसके अलावा हॉट समय में चूल्हा जलाने, बीड़ी व सिगरेट पीकर यत्र-तत्र फेंकने से आग लगने की घटनाएं होती है। यह सर्वे जिला फायर स्टेशन की है। अग्निशामालय अधिकारी रंजीत कुमार का कहना है कि फायर स्टेशन की जो रिपोर्ट है उसमें पचहतर प्रतिशत घटनाएं शॉटसर्किट से होती है। इस संबंध में कार्यपालक अभियंता विद्युत को पत्र भेजकर यह अगाह किया गया था कि सर्वे कराकर लुज तार को ठीक किया जाये। जहां वायर बार-बार लुज होने की आशंका है उस पर नजर रखी जाये। सुझाव गेहूं कटनी के समय बीड़ी व सिगरेट नहीं पीये। मकई का बुटा खेत में पकाने की कोशिश नहीं करें। खेत से हाईटेंशन तार गुजरने की स्थिति में विभाग को लुज शटिंग दूर करने की शिकायत करें। दोपहर में गांव में चूल्हा पर खाना नहीं बनाएं।
