बिहार राज्य के पूरबी चम्पारण से राजेश कुमार मोबाइल वाणी के मद्धम से बता रहे है कि सूर्य के मीन राशि से मेष राशि में प्रवेश करने के दिन को मेष संक्रान्ति के रूप में मनाया जाता है। उत्तर भारत में इसे सतुआ संक्रान्ति के नाम से जाना जाता है। सौर मास (सोलर कैलेन्डर) को मानने वाले लोग इसी दिन से नववर्ष का आरंभ मानते हैं। प्रतिवर्ष चैत्र मास में खरमास लगता है। इसकी समाप्ति के दिन यानि सूर्य के मेष संक्रान्ति में प्रवेश के दिन सतुआ संक्रान्ति का पर्व मनाया जाता है। इस वर्ष 14 अप्रैल को दिन में 0447 बजे से सूर्य मीन राशि से मेष राशि में प्रवेश करेंगे। अत सतुआ संक्रान्ति का पुण्य-पवित्र पर्व 14 अप्रैल शुक्रवार को मनाया जाएगा। जानकारी महर्षिनगर स्थित आर्षविद्या शिक्षण प्रशिक्षण सेवा संस्थान-वेद विद्यालय के प्राचार्य सुशील पाण्डेय ने दी।
