जिले में विगत दिनों आंधी,पानी व ओलावृष्टि से हुई फसल क्षति का आकलन कर कृषि विभाग ने बिहार सरकार को रिपोर्ट भेज दी है। इसे बिहार सरकार के माध्यम से भारत सरकार को फसल क्षति ह्रास की रिपोर्ट भेजी जाएगी। भारत सरकार के द्वारा प्राकृतिक आपदा से सिर्फ गेहूं व तेलहनी फसल नुकसान से उपज में ह्रास की रिपोर्ट मांगी गयी है। कृषि विभाग के द्वारा किये गये आकलन में सिर्फ गेहूं की उपज में क्षति की रिपोर्ट भेजी गयी है। क्योंकि तेलहनी फसल की कटाई हो चुकी थी। कृषि विभाग के आकलन के अनुसार पकड़ीदयाल व तेतरिया प्रखंड में 1807 हेक्टेयर में गेहूं फसल का नुकसान हुआ है। जिससे 2846 टन गेहूं की उपज का नुकसान हुआ है। उल्लेखनीय है कि विगत दिनों आंधी पानी व ओलावृष्टि से कई प्रखंड प्रभावित हुए थे। लेकिन उक्त दोेनों प्रखंड में 33 प्रतिशत से अधिक रबी फसल का नुकसान हुआ था। विगत दिनों बिहार सरकार को भेजी गयी थी रिपोर्ट कृषि विभाग के द्वारा इसके पूर्व बिहार सरकार को फसल क्षति की रिपोर्ट भेजी गयी थी। इसमें गेहूं,मक्का,गन्ना आदि की फसल क्षति की रिपोर्ट शामिल थी। विभाग के द्वारा किये गये आकलन में पकड़ीदयाल व तेतरिया में 3.50 करोड़ रुपये के रबी फसल क्षति के नुकसान का आकलन किया गया था। इसमें पकड़ीदयाल के बड़का गांव में 215 हेक्टेयर में रबी फसल के नुकसान की रिपोर्ट भेजी गयी थी। वहीं तेतरिया प्रखंड के सेमराहा, नरहा पानापुर, मेधुआ, बहुआरा गोपी सिंह,मधुआहा वृत, घेघवा,तेतरिया, पुनास लहलादपुर व कोठिया पंचायत में 2243 हेक्टेयर में रबी फसल की क्षति का आकलन कर रिपोर्ट भेजी गयी थी।