जिले में चेकडैम निर्माण की कवायद शुरू है।अबतक तीन चेकडैम का निर्माण कार्य पूरा कर लिया गया है। चौथे चेकडैम के निर्माण का कार्य शुरू है। चेकडैम निर्माण से जल संचयन के साथ भूजल स्तर में बढ़ोतरी होगी। जल संचयन होने से किसानों के सिंचाई करना आसान होगा। मनरेगा से चेकडैम निर्माण कार्य कराया जा रहा है। रामगढ़वा में दो व चिरैया में एक चेकडैम का निर्माण रामगढ़वा प्रखंड के शिवनगर व पखनहिया में एक एक चेकडैम का निर्माण किया गया है। वहीं चिरैया प्रखंड में एक चेक डैम का निर्माण कार्य पूरा कर लिया गया है। चेकडैम निर्माण से उस क्षेत्र के किसानों को फसल की सिंचाई में सहुलियत होगी। गर्मी के दिनों में चेकडैम में जल संचयन से पशु पक्षी भी प्यास बुझा सकेंगे। केसरिया के मठिया में हो रहा चेकडैम का निर्माण केसरिया प्रखंड के मठिया गांव में करीब 53 लाख की लागत से चेकडैम के निर्माण का कार्य चल रहा है। मठिया गांव के सुमौती नदी पर चेकडैम के साथ आवागमन के लिए पुलिया का निर्माण कार्य कराया जा रहा है। इसका निर्माण कार्य पूरा होने पर स्थानीय किसानों को सिंचाई का लाभ मिलेगा। चेकडैम से क्या है लाभ चेकडैम के निर्माण से कई तरह के लाभ हैं। इसके निर्माण से छोटी नदियों के जलप्रवाह को उल्टी दिशा में खड़ा किया जाता है।बारिश के पानी का संचय किया जाता है।जल का संचयन होने से भूजल स्तर में वृद्धि होती है। भूजल स्तर बढ़ने से खेतों में हरियाली रहती है। सूखे के स्थिति में किसानों को चेकडैम से सिंचाई की सुविधा मिलती है। चेकडैम निर्माण से मजदूरों को मिल रहा काम चेकडैम के निर्माण से मनरेगा मजदूरों को रोजगार मिल रहा है। मनरेगा योजना से इस कार्य को कराये जाने से स्थानीय किसानों को काफी लाभ मिलेगा। कहते हैं अधिकारी मनरेगा के डीपीओ अमित कुमार उपाध्याय ने बताया कि तीन चेकडैम का निर्माण पूरा कर लिया गया है। केसरिया के मठिया स्थित सुमौती नदी पर चेकडैम निर्माण का कार्य चल रहा है। इसे 15 अप्रैल तक पूरा करने को लेकर निर्देश दिया गया है।
