सभी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर एक समान होंगे। अस्पतालों का रंग-रोगन एक रंग का होगा। इसमें साधन-संसाधन भी एक तरह के होंगे। स्वास्थ्य विभाग ने इसकी तैयारी कर ली है। जल्द इस पर काम शुरू कर दिया जाएगा। राज्य में 10 हजार 256 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर हैं। हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर को और प्रभावी बनाने के लिए हाल ही में केंद्र सरकार ने राज्य सरकार के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग से समीक्षा बैठक की। इसके तहत सभी केंद्रों में एक-एक सीएचओ (कम्यूनिटी हेल्थ ऑफिसर) की बहाली करने को कहा। केंद्र सरकार ने कहा है कि अनिवार्य तौर पर सभी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में एक-एक सीएचओ की बहाली की जाए। बगैर सीएचओ के केंद्र का संचालन नहीं किए जाएं। अस्पताल परिसर में एक हर्बल गार्डन भी विकसित करने को कहा गया है। इससे अस्पताल में इलाज के लिए आने वाले मरीजों को खुशनुमा माहौल मिल सकेगा। इन केंद्रों की ब्रांडिंग भी करने को कहा गया है ताकि लोगों को पता चल सके कि हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर कहां पर खुला हुआ है। हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में हर महीने स्वास्थ्य मेला का आयोजन किया जाता है। इस मेला का प्रचार-प्रसार करने को कहा गया है। सभी केंद्रों में लगने वाले मेला की तस्वीर भी केंद्र सरकार के पोर्टल पर अपलोड करने को कहा गया है। साथ ही यह भी कहा गया है कि जिन केंद्रों का अपना भवन बना हुआ है, उसकी तस्वीर भी पोर्टल पर अपलोड करें। जहां भवन नहीं बने हैं, वहां भवन निर्माण का कार्य अविलंब पूरा किया जाए। करने होंगे कई काम अधिकारियों के अनुसार रंग-रोगन व साधन-संसाधन एक करने के लिए राज्य के हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर बहुत काम करने होंगे। अभी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर अलग-अलग रंग के हैं। एक रंग के लिए मानक तय किया जाएगा। इसके बाद उसे उसी रंग के अनुसार रंग-रोगन किया जाएगा। इस काम में दो-चार महीने का समय लग सकता है। दो-चार को छोड़ दें तो किसी अस्पताल में गार्डन नहीं है। सभी अस्पतालों में हर्बल गार्डन विकसित करना पड़ेगा। हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के बारे में लोगों को बहुत कम जानकारी है। इसकी ब्रांडिंग के लिए भी स्वास्थ्य विभाग को ठोस कदम उठाने होंगे।
