चकिया-पीपरा-जीवधारा-जीवधारा रेल लाइन दोहरीकरण परियोजना का बुधवार को पूर्वी परिमंडल, कोलकाता के रेलवे संरक्षा आयुक्त सुवोमोय मित्रा ने निरीक्षण किया। मुजफ्फरपुर-सुगौली 100 किमी लम्बे रेल लाइन दोहरीकरण परियोजना के अंतर्गत नवनिर्मित 23 किलोमीटर लंबे चकिया-पीपरा-जीवधारा रेलखंड के निरीक्षण के उपरांत संरक्षा आयुक्त द्वारा स्पेशल ट्रेन से इस रेलखंड पर 130 किमी/घंटा की अधिकतम गति से सफलतापूर्वक स्पीड ट्रायल किया गया। संरक्षा आयुक्त सुबह सात बजे ट्राली से निरीक्षण के लिए चकिया से रवाना हुए। जबकि 3.15 बजे 130 किलोमीटर प्रति घंटा रफ्तार से स्पेशल ट्रेन का सफलतापूर्वक परिचालन कराया गया और वह ट्रेन पुन चकिया के लिए रवाना हुई। इस संबंध में डीआरएम आलोक अग्रवाल ने बताया कि सभी प्रकार से निरीक्षण व जांच पूरी कर ली गई है, जो सुरक्षित है। इस रेलखंड पर 31 मार्च से ट्रेनों का परिचालन शुरू कर दी जाएगी। दोनों लाइन पर ट्रेनों के परिचालन शुरू हो जाने से ट्रेन के विलम्ब होने की संभावना नहीं रहेगी। 100 किमी लंबे मुजफ्फरपुर-सुगौली दोहरीकरण परियोजना के अंतर्गत पहले चरण में 15 किमी लंबे महवल से चकिया तक निर्माण कार्य पूरा करते हुए उन पर ट्रेनों का परिचालन प्रारंभ किया जा चुका है। अब तक दोहरीकरण परियोजना के अंतर्गत कुल 38 किमी रेलखंड का दोहरीकरण का कार्य पूरा हो गया है। पूर्व मध्य रेलवे हाजीपुर के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी बीरेन्द्र कुमार ने बताया कि इस वर्ष के अंत तक 09 किलोमीटर लंबे सेमरा-सुगौली तथा 16 किलोमीटर लंबे पिपराहन-महवल रेलखंड के दोहरीकरण का कार्य पूरा करने का लक्ष्य है।
