लैब, पेयजल, खेल मैदान, पुस्तकालय होगा तभी मिलेगी मान्यता सीबीएसई से स्कूलों को मान्यता तभी मिलेगी जब वहां अग्नि सुरक्षा, साफ-सफाई, पीने का पानी, लैब, पुस्तकालय और खेल के मैदान जैसी सुविधाएं होंगी। इन सुविधाओं की ड्रोन से वीडियोग्राफी करानी होगी। वीडियो कुल 33 मिनट की होगी। इसके बाद सीबीएसई का निरीक्षण दल इन सुविधाओं का सत्यापन करेगा, तब स्कूलों को संबद्धता या मान्यता मिलेगी। सीबीएसई ने स्कूलों को मान्यता देने के लिए सत्र 2024-25 के लिए नई मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) जारी की है। इसमें कुल 11 बिंदु रखे गए हैं। इनको पूरा करना स्कूलों के लिए अनिवार्य होगा। बोर्ड की ओर से स्कूलों की भी जांच की जायेगी, जिन्हें कोरोनाकाल में ऑनलाइन माध्यम से निरीक्षण करने के बाद संबद्धता दी गयी थी। पूरे बिहार में ऐसे स्कूलों की संख्या दो सौ के लगभग हैं। बता दें कि अभी तक बोर्ड द्वारा स्कूलों को भौतिक जांच के बाद संबद्धता मिलती थी। अब नया एसओपी जारी हुआ है। अभी तक संबद्धता मिल चुके स्कूलों पर भी यह लागू होगी। जो स्कूल मान्यता के नवीनीकरण के लिए आवेदन देंगे, उनको भी विडियोग्राफी करानी होगी। बोर्ड ने यह स्पष्ट किया है कि जिन बिंदुओं के लिए वीडियोग्राफी के लिए जितना समय निर्धारित किया गया है, उसी के अनुसार वीडियोग्राफी होगी। स्कूलों की ओर से शॉट वीडियो या जोड़ कर वीडियो नहीं बनाना हैं। पूरे स्कूल भवन की ड्रोन से वीडियोग्राफी एक साथ की जानी हैं। दिव्यांग छात्रों से संबंधित सुविधाएं और स्कूल की चहारदिवारी भी विडियो में शामिल होना अनिवार्य है।
