पूर्वी चम्पारण जिला रोजगार की राह पर निकलने लगा है। जिले में पहली बार केला चिप्स का उत्पादन शुरू हो गया है। इस उद्योग को स्थापित करने में एक महिला उद्यमी ने हाथ बढ़ाया है। ये महिला उद्यमी हरसिद्धि ब्लॉक के बैरियाड़ीह निवासी अमिता श्रीवास्तव हैं। जिन्होंने मुख्यमंत्री महिला उद्यमी योजना से 10 लाख रुपए की आर्थिक सहायता से ग्रामीण क्षेत्र में अपना केला चिप्स उद्योग लगा महिला सशक्तीकरण की मिसाल पेश की हैं। मुख्यमंत्री महिला उद्यमी योजना से सहायता राशि पर ब्याज नहीं देना पड़ता है। केला चिप्स के उत्पादन के साथ इसकी मार्केटिंग को बाजार मिला है। स्थानीय स्तर पर मोतिहारी, सुगौली सहित अन्य बाजार तक केला चिप्स पहुंचने लगा है। आलू चिप्स की जगह लोग केला चिप्स का स्वाद चखने लगे हैं। 1.50 लाख की लागत पर प्रति माह 30 हजार कमाई केला चिप्स बनाने में केले की जी 9 वेराईटी का इस्तेमाल होता है। इससे प्रतिदिन 11-11 ग्राम वजन वाले 1500 पैकेट का निर्माण हो रहा है।केला चिप्स तैयार करने में रॉ मैटेरियल सहित मजदूरी व सप्लाई खर्च प्रति माह करीब 1.50 लाख रुपए आता है। जिससे प्रति माह करीब 30 हजार रुपए तक कमाई होती है। इसका स्वाद अच्छा होने से स्थानीय बाजार में इसकी मांग बढ़ने लगी है। कहते हैं उद्योग संचालक उद्योग संचालक पवन श्रीवास्तव ने बताया कि उनकी पत्नी ने केला चिप्स उद्योग से जुड़ रोजगार के लिए मुख्यमंत्री महिला उद्यमी योजना से सहायता राशि प्राप्त की। इससे अच्छी कमाई हो रही है। अमिता श्रीवास्तव का कहना है कि जुनून हो तो कोई काम आसान है। कहते हैं जीएमजिला उद्योग विभाग के जीएम सुमन कुमार ने बताया कि उद्योग लगाने के लिए सरकारी स्तर पर सहायता मुहैया करायी जा रही है। महिला उद्यमी भी उद्योग लगाने में आगे आयी हैं। उद्योग लगाकर महिलाएं आत्मनिर्भर बन सकती है।
