चम्पारण में बंजर भूमि पर लहलहाएंगे बेल व कटहल के बाग जिले में ऊसर व बंजर पड़ी भूमि भी सोना उगलेगी। इस तरह की बेकार पड़ी भूमि में सूक्ष्म सिंचाई योजना आधारित शुष्क बागवानी के बाग लहलहाएंगे। जिला उद्यान विभाग ने पहली बार जिले के किसानों के लिए यह योजना लांच की है। इसके तहत जिले में सूक्ष्म सिंचाई के साथ छह प्रकार के बाग लगाने की हरी झंडी मिली है। इसमें बेल,कटहल,बेर, जामुन,आंवला व बेर के फलदार बाग शामिल हैं। जिले में दो दो हेक्टेयर में बाग के लिए लक्ष्य निर्धारित : जिले में प्रत्येक फलदार बाग के लिए दो दो हेक्टेयर में खेती का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। एक किसान को अधिकतम दो हेक्टेयर तक के लिए लाभ मिलेगा। पहले आओ पहले पाओ की तर्ज पर इस योजना का लाभ मिलेगा। सूक्ष्म सिंचाई सहित बाग के लिए मिलेगा अनुदान : सूक्ष्म सिंचाई सहित बाग के लिए किसानों को अनुदान का लाभ मिलेगा। सूक्ष्म सिंचाई योजना के तहत किसानों को 90 प्रतिशत अनुदान का लाभ मिलेगा। इससे पानी व उर्वरक की बचत होने से किसानों को काफी लाभ होगा। इसके अलावा बेल, बेर, कटहल, नींबू, जामुन व आंवला के बाग लगाने के लिए किसानों को कुल लागत पर 50 प्रतिशत अनुदान मिलेगा। ड्रिप एरिगेशन का पाइप मोड़ने के लिए मिलेगी मशीन ड्रिप एरिगेशन की व्यवस्था के तहत पहले पाइप को सीधा बिछाया जाता था। लेकिन अब पाइप को मोड़ने के लिए मशीन मिलेगी। मशीन लेने पर किसानों को 90 प्रतिशत अनुदान का लाभ मिलेगा। अजय कुमार सिंह, जिला उद्यान विभाग के सहायक निदेशक ने बताया सूक्ष्म सिंचाई योजना आधारित शुष्क बागवानी के लिए किसानों को अनुदान का लाभ मिलेगा। इस योजना को पहली बार जिले में लांच किया गया है। इस योजना के लिए ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया शुरू है। पहले आओ पहले पाओ की तर्ज पर इस योजना का लाभ मिलेगा।
