भूमि के दाखिल खारिज की प्रक्रिया को सरकार ने सरल बनाया है। जमाबंदी के लिए जमीन की डिटेल्स के साथ ऑनलाइन आवेदन करने पर इसकी प्रक्रिया शुरू होती है। खरीदार को अधिक भागदौड़ करने की जरूरत नहीं होती। लेकिन जिले में दाखिल खारिज में एक नई समस्या सामने आने लगी है। वह समस्या है भूमि की मैपिंग का। कई अंचल में भूमि की मैपिंग में त्रुटी कर दी गई है। जिससे जमीन की नई जमाबंदी नहीं बन रही है। भूमि की मैपिंग संबंधित मौजा में नहीं होने से कई लोगों की जमाबंदी नहीं हो पा रही है। सभी कागज दुरुस्त होने के बाद भी अधिकारी दाखिल खारिज करने में हाथ खड़े कर रहे हैं। इस तरह का मामला मोतिहारी, पीपराकोठी व रामगढ़वा अंचल में सामने आई है। विनोद कुमार ने डीएम के जनता दरबार में आवेदन दिया है। रामगढ़वा आरओ सतीश गुप्ता ने बताया कि उनके अंचल के शिवनगर माैजा में भी इस तरह की समस्या आ रही है। जिसके समाधान के लिए एडीएम को पत्र भेजकर मार्गदर्शन मांगी गई है। रैयत की जमाबंदी दूसरे मौजा में चल रही है। जिस कारण नई जामबंदी नहीं बन रही है। जब इसकी पड़ताल की गई तो मालूम हुआ कि एक ही मौजा में कई प्रखंडों की जमाबंदी नंबर डाल दिया गया है। इस कारण दाखिल-खारिज का काम अटक गया है।
