जिले के चयनित किसानों को जैविक खेती का बढ़ावा देने के लिए राशि उपलब्ध कराई जाएगी। चयनित किसानों को वित्तीय वर्ष 2022 से 2025 तक तीन किस्त में राशि दी जाएगी। किसानो को पहले साल खेती के लिए मिलेंगे 11500 रुपये प्रत्येक किसान को एक एकड़ में खेती करने के लिए 11 हजार 500 रुपये पहले वर्ष में तथा दूसरे एवं तीसरे वर्ष में 6500-6500 रुपये का भुगतान किया जाएगा। जैविक खेती का पहला चरण वित्तीय वर्ष 2019 से 2022 तक चला था। दूसरे चरण के पहले वर्ष में सब्जी की जैविक खेती को प्रोत्साहित किया जाएगा। उसके बाद अन्य फसलों को भी इस योजना से जोड़ा जाएगा। पूर्व चयनित को नहीं मिलेगा लाभ जैविक खेती के पहले चरण में जिन-जिन किसानों को योजना का लाभ मिल चुका है, उनका चयन दूसरे चरण के लिए नहीं किया जाएगा। दूसरे चरण के लिए नए प्लॉटों एवं किसानों का चयन किया जाना है। वैसे किसानों को भी इस योजना से वंचित किया जाएगा, जो जैविक कोरिडोर, नमामि गंगे एवं परंपरागत कृषि विकास योजना से लाभान्वित हैं। किसानों एवं उत्पादकों का समूह बनाकर जैविक विधि से खेती की जानी है। जैविक खेती के लिए पंजीकरण का कार्य एवं संबंधित जिले के जिला कृषि पदाधिकारी द्वारा किया जाएगा। एक किसान को अधिकतम 2.5 एकड़ का लाभ दिया जाएगा। कलस्टर में न्यूनतम रकबा सौ एकड़ होगा।
