सामाजिक सुरक्षा कोषांग के तहत जिले में पेंशन धारकों को जीवन प्रमाणीकरण कराना अनिवार्य कर दिया गया है। जो पेंशन धारक लाभुक जीवन प्रमाणीकरण नहीं कराएंगे उनका पेंशन सरकार बंद कर देगी। इसको लेकर जिले के पेंशनधारक 8877 लाभुकों को किसी सीएससी पर जाकर जीवन प्रमाणीकरण कराने का निर्देश दिया गया है। जीवन प्रमाणीकरण नहीं कराने पर अगले साल से इन लाभुकों को पेंशन मिलना रूक जाएगा। पेंशन मिलना तभी चालू होगा जब ये जीवन प्रमाणीकरण करा लेंगे। जिले में कुल 4 लाख 54 हजार पेंशन धारक हैं। पहाड़पुर में सर्वाधिक हैं 1010 पेंशन धारक जिले के सभी 27 प्रखंडों के नये पेंशन धारकों को जीवन प्रमाणीकरण को लेकर निर्देश दिया गया है। इसमें सर्वाधिक पहाड़पुर प्रखंड में 1010 नये पेंशनधारक हैं। इसके अलावा आदापुर 574, अरेराज 650, बंजरिया 190, बनकटवा 167, चकिया 417, छौड़ादानो 130, चिरैया 140, ढाका 417, घोड़ासहन 78, हरसिद्धि 227, कल्याणपुर 283, केसरिया 89, कोटवा 296, मधुबन 258, मेहसी 237, मोतिहारी 673, पकड़ीदयाल 235, पताही 331 है। जीवन प्रमाणीकरण नहीं कराने पर 68 हजार 362 की पेंशन बंद जीवन प्रमाणीकरण नहीं करानेवाले 68 हजार 362 लाभुकों का पेंशन बंद कर दिया है। इसमें आदापुर 3294, अेरराज 2267, बंजरिया 3546, बनकटवा 1337, चकिया 3263, छौड़ादानो 2379, चिरैया 2850, ढाका 5243, घोड़ासहन 2145, हरसिद्धि 2748, कल्याणपुर 3006, केसरिया 1409, कोटवा 1877, मधुबन 3031, मेहसी 3346, मोतिहारी 4864, पहाड़पुर 1983, पकड़ीदयाल 1707, पताही 2158, फेनहारा 638, पीपराकोठी 1056, रामगढ़वा 3890, रक्सौल 2884, संग्रामपुर 1742, सुगौली 3120, तेतरिया 837 व तुरकौलिया प्रखंड में 1742 पेंशन धारकों का पेंशन बंद है। केन्द्र और राज्य सरकार की छह योजनाओं के लिए मिलती हैे पेंशन केन्द्र व राज्य सरकार के द्वारा छह योजनाओं के लिए पेंशन का मासिक भुगतान किया जाता है। इसमें इंदिरा गांधी राष्ट्रीय पेंशन योजना, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय विधवा पेंशन योजना, दिव्यांगता पेंशन योजना, मुख्यमंत्री वृद्धजन पेंशन योजना, लक्ष्मीबाई सामाजिक सुरक्षा पेंशन व बिहार निशक्तता पेंशन योजना शामिल है। पेंशन की राशि निर्धारित मानक के अनुसार 400 से 500 रुपये तक पेंशनधारक को मासिक भुगतान का प्रावधान है। पेंशनधारकों को जीवन प्रमाणीकरण कराने का निर्देश दिया गया है। जो नये पेंशनधारक हैं वे किसी सीएससी पर अपना जीवन प्रमाणीकरण अवश्य करा लें। जीवन प्रमाणीकरण नहीं कराने पर अगले साल से पेंशन बंद हो सकता है। धीरज कुमार, जिला सामाजिक सुरक्षा कोषांग के सहायक निदेशक