जिले के करीब दो सौ डाक्टरों की क्लिनिक व नर्सिंग होम पर प्रदूषण बोर्ड पटना की कार्रवाई हो सकती है। इसको लेकर सीएस कार्यालय से प्रथम फेज में इन क्लिनिक व नर्सिंग होम के नामों के सूची बिहार प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को भेजी गयी है। जानकारी के अनुसार जिले में चल रहे डॉक्टर की क्लिनिक व नर्सिंग होम को प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने प्रमाण पत्र लेने का निर्देश दिया था। इसके लिये 15 दिसम्बर तक समय सीमा निर्धारित की गयी थी। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से प्रमाण पत्र नहीं लेने वालों की सूची सीएस कार्यालय से मांग की थी ताकि ऐसे क्लिनिक व नर्सिंग होम पर कार्रवाई की जा सके। इसकी सूची प्रखंड स्तर से आनी शुरू हो गयी है। अभी तक तीन प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र से सूची आयी है जिसमें करीब दो सौ डॉक्टरों की क्लिनिक व नर्सिंग होम का नाम शामिल है जो अभी तक प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से प्रमाण पत्र नहीं लिया है। जिसकी सूची प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड पटना को सीएस कार्यालय से भेजी गई है । साथ ही सीएस ने ऐसे क्लिनिक व नर्सिंग होम पर कार्रवाई करने का निर्देश भी चिकित्सा प्रभारियों को भेजा है। विभागीय सूत्रों के अनुसार सुगौली, रक्सौल व हरसिद्धि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से रिपोर्ट आयी है। अभी 24 प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र से रिपोर्ट आना बाकी है। बताया जाता है कि जिले में करीब 42 सौ डॉक्टरों की क्लिनिक व नर्सिंग होम है। जिसमें आयुर्वेदिक व एलोपैथिक व होम्योपैथिक डॉक्टर हैं। जिसमें मात्र 315 का रजिस्ट्रेशन पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड से है। जिसमें एलोपैथिक डॉक्टर की अधिक है।