जिले के महिला भिक्षुकों की जीवन स्तर में सुधार लाने के लिए स्किल डेवेलपमेंट को ले शांति कुटीर का निर्माण होगा। शांति कुटीर 25 बेड का होगा। इसमें महिला भिक्षुकों के आवासन, खाने पीने से लेकर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया करायी जाएगी। इसके लिए जिला सामाजिक सुरक्षा कोषांग ने किराये के मकान की तलाश शुरू कर दी है। जिसमें महिला भिक्षुकों के रहने की व्यवस्था की जाएगी। भिक्षावृति से मुक्ति दिलाने के लिए सरकार ने जिले के महिला भिक्षुकों के लिए कई सुविधाएं मुहैया कराएगी। जिले में कराए गये सर्वे में 500 से अधिक भिक्षुकों का चयन किया गया है जिसमें महिला भिक्षुक भी शामिल हैं। महिला भिक्षुकों का चयन करेगी एजेंसी जिले के 25 महिला भिक्षुकों का चयन किया जाएगा। इसके लिए अधिकृत एजेंसी के माध्यम से महिला भिक्षुकोें का चयन किया जाएगा। इसमें वैसे महिला भिक्षुकों का चयन किया जाएगा जो निराश्रित होंगी। असहाय महिला भिक्षुकों का ही चयन किया जाएगा। जिनके पास रहने को अपना घर होगा,वैसे महिला भिक्षुकों का चयन नहीं किया जाएगा। शांति कुटीर में रहने पर दिलायी जाएगी ट्रेनिंग महिला भिक्षुकाें के चयन के बाद उनका स्किल डेवेलपमेंट के लिए प्रशिक्षण की व्यवस्था की जाएगी। इन महिलाओं के हुनर के अनुसार उन्हें खिलौना बनाने, सिलाई कटाई व बुनाई आदि का प्रशिक्षण दिलायी जाएगी। हुनरमंद बन ये महिला भिक्षुक रोजगार से जुड़ सकेंगी। ये शांति कुटीर में रहते हुए रोजगार से जुड़ कमाई भी कर सकेंगी।
