जिले में बिजली व्यवस्था को दुरुस्त करने को लेकर करीब दो सौ करोड़ रुपये खर्च होंगे। जिसमें नए पीएसएस का निर्माण, ट्रांसफार्मर लगाने, जर्जर तार बदलने व केबल तार लगाने का कार्य होगा। यह काम होने से बिजली चोरी की घटनाएं कम होगी। इस काम को फरवरी माह से शुरु करना है। फरवरी माह से शुरु होकर अगले तीन साल में कार्य को पूरा करना है। इसका जिम्मा एमपी बिरला ग्रुप के एक कंपनी को दिया गया है। विद्युत विभाग मोतिहारी अंचल के विद्युत अधीक्षण अभियंता के देख-रेख में सभी कार्यो को किया जाएगा। इस कंपनी को मिला है जिम्मा एमपी बिरला ग्रुप की कंपनी वीटीएल को पूर्वी व पश्चिम चंपारण जिले को कार्य करने को जिम्मा मिला है। जिसमें 399. 81 करोड़ रुपये खर्च करना है। 10 एमवीए का दो ट्रांसफार्मर वाला नया 6 पीएसएस का निर्माण जिले में करना है।
