मोतिहारी नगर निगम की नयी सरकार शपथ ग्रहण की प्रक्रिया पूरी होने के साथ ही विधिवत अपने स्वरूप में आ गयी है। एक लंबे अंतराल के बाद नगर निगम अब वास्तविक रूप से कार्यशील दिखेगा। ऐसे में मेयर, डिप्टी मेयर के साथ ही 46 वार्ड पार्षदों की मजबूत टीम से लोगों की अपेक्षाएं भी काफी बढ़ गयी हैं। एक ओर जहां पूरानी लंबित योजनाओं को धरातल पर लाना होगा, भविष्य को ले प्लानिंग भी करनी होगी। 3.40 करोड़ की लागत स्थापित कूड़ा डिस्पोजल प्लांट का नहीं मिला लाभ शहर से कूड़ा निस्तारण की सबसे बड़ी समस्या रही है। इसके लिए जमला लोड में करीब 3.40 करोड़ की लागत से कूड़ा डिस्पोजल प्लांट लगाया गया था। ताकि कूड़ा का मशीन से डिस्पोजल हो सके। जिससे यत्र-तत्र कूड़ा का हो रहे फैलाव को रोका जा सके। कूड़ा के डिस्पोजल से जैविक खाद व फर्निस ऑयल तैयार करना था। लेकिन प्लांट बंद पड़ा है। इसके लिए इंस्यूलेटर मशीन की खरीद करने की प्लानिंग ठंडे बस्ते में पड़ गयी। इसके चालू नहीं होने से एनएच के दोनों किनारे कूड़े का अंबार लगा हुआ है। वहीं कचरा को डंप करने के लिए नगर निगम को अभी भी पांच एकड़ जमीन की तलाश है।