मोतिहारी आरबीआई ने बैंक के खाता धारकों के सुविधा के लिये शहर से लेकर प्रखंडों तक एटीएम की सुविधा विभिन्न बैंकों के माध्यम से दे रखी है। मगर कतिपय बैंक की व्यवस्था में लापरवाही के चलते कार्ड धारक को एटीएम कार्ड से कटे फटे तो कभी रंग से रंगा हुआ 500 के नोट मिल जाते हैं। जो परेशानी का सबब बन जाता है। परेशानी का आलम यह होता है कि अगर कोई इमरजेंसी के लिए या यात्रा के खर्च के लिए राशि एटीएम से निकालता है तो अगर फटे नोट मिल गये तो कोई लेता नहीं है। जो सबसे बड़ी परेशानी का आलम बन जाता है। यानी जिस तरह से पॉकेटमार अगर रास्ते में पॉकेट काट ले तो उनकी क्या स्थिति होती है। ऐसा ही वाक्या गुरुवार शाम छतौनी पेट्रोल पंप स्थित आईडीबीआई के एटीएम से सामने आया है। कार्ड धारक ने इस एटीएम से राशि निकाली। कटे फटे 5 सौ के नोट मिले। कार्ड धारक ने इसकी शिकायत एटीएम के गार्ड से की मगर गार्ड ने सीधा जवाब दिया कि न तो वे लिखित देंगे कि कटे फटे नोट एटीएम से निकला है और न उसने बैंक के मैनेजर का मोबाइल नंबर दिया। नतीजतन कार्ड धारक को इसकी शिकायत अखबार को की गयी। बताते हैं कि एटीएम में कटे नोट को बारीकी से साट कर रुपये क्यों डाला जाता है।जबकि एटीएम में डालने वाले रुपये एकदम ताजा होना चाहिए। यह गोरख धंधा कौन कर रहा है इसकी जांच होनी चाहिए।नहीं तो एटीएम के भरोसे रहने वाले इमरजेंसी में धोखा खा सकते हैं। इससे परेशानी बढ़ सकती है। बताया जाता है कि शहर में 65 एटीएम हैं। अधिकांश लोग एटीएम से ही राशि की निकासी करते हैं। अधिकांश एटीएम में राशि रखने का जिम्मा निजी सुरक्षा एजेन्सी को दिया गया है। यह एजेन्सी जो राशि बैंक के चेस्ट से मिलती है उसे एटीएम में डालती है। एटीएम के लिये राशि देने के लिये बैंक का अपना स्टाफ होता है। बावजूद अगर किसी को कटे फटे नोट या रंगीन नोट मिलता है तो गार्ड यह लिख देता है कि नोट में कटे फटे नोट हैं। जिसे बैंक आसानी से बदल देता है। मगर आईडीबीआई बैंक के एटीएम गार्ड ऐसा नहीं कर रहा है। जो और परेशानी को बढ़ा रहा है। एटीएम पर गार्ड इसलिये होता है कि वह एटीएम की सुरक्षा के साथ ग्राहक की मदद करे। अगर एटीएम में गड़बड़ी या नोट सम्बन्धी शिकायत की बैंक को जानकारी दे। आईएडीबी बैंक प्रबंधक मनीष रंजन जायसवाल बताते हैं कि उनके बैंक के पास यहां चेस्ट बैंक नहीं है। स्टेट बैंक और सेंट्रल बैंक के चेस्ट से राशि ली जाती है। इस बात की जांच होगी कि कैसे फटे नोट एटीएम तक जाता है। गार्ड को भी निर्देश दिया जाएगा कि ऐसे मामले निकलने पर ग्राहक को लिख कर दें। कहते हैं एलडीएम एलडीएम संजय सिंह बताते हैं कि किसी भी सूरत में एटीएम में कटे फटे नोट नहीं डालना है। आईडीबीआई बैंक सहित चेस्ट बैंक को निर्देश दिया जा रहा है कि इस बात का ख्याल रखें ताकि ग्राहक को परेशानी नहीं हो।
