ऐतिहासिक महत्व का चिरैया बाजार अतिक्रमणकारियों के चंगुल में फंस कर अपने अस्तित्व को खोता जा रहा है। दबंगों द्वारा बाजार की भूमि को अतिक्रमण कर पक्का घर बना लिया गया है। जिसके कारण बाजार का आकार सिकुड़ कर छोटा हो गया है। करीब साढ़े तीन एकड़ में फैले इस बाजार का अस्तित्व मिटता जा रहा है। दबंगों ने बाजार के बीचोबीच घर बना कर सरकारी जमीन को कब्जा कर लिया है। वहीं फुटपाथी दुकानदारों के लिए बाजार के एक हिस्से में बनें सरकारी शेड पर भी दबंगों ने कब्जा जमा लिया है। कब्जा किए गए शेड को घेर कर मकाननुमा दुकान बनाकर किराए पर लगा दिया गया है।