आपदा प्रबंधन भारत सरकार के निर्देश पर पटना एनडीआरफ की टीम ने सदर अस्पताल में भूकम्प से बचाव को लेकर मॉक ड्रिल कर बचाव की जानकारी दी। इस दौरान अस्पताल में की गयी तैयारी की जानकारी भी ली। बुधवार को दिन के करीब साढ़े ग्यारह बजे मॉक ड्रिल शुरू किया गया। सबसे पहले सदर अस्पताल के आउटडोर भवन में भूकम्प से बचाव को मॉक ड्रिल दिखाया गया।फिर अगलगी , तीन जख्मी को आग से निकालने के लिये सदर अस्पताल की टीम दौड़ी। एम्बुलेन्स भी आया फिर उसे इलाज के लिये इमर्जेंसी वार्ड में पहुंचाया गया। इधर लगी आग को सदर अस्पताल में रखे यंत्र से बुझाया गया । इस कार्यक्रम में होम गार्ड, एनसीसी ,सदर अस्पताल के डाक्टर, नर्स व पारा मेडिकल स्टाफ ने भाग लिया। इस कार्यक्रम के दौरान एनडीआरएफ के इंस्पेक्टर सूरज कुमार व विजय कुमार ने भूकम्प से बचाव की जानकारी दी। बताया कि भूकम्प आने पर घर छोड़ भागे नहीं। अपने सिर को टेबुल के नीचे छुपाएं। खिड़की व दीवार से अलग रहें। सिर को बचाने के लिये मजबूत किसी सामान का सहारा लें। बताया कि हो सके तो सुरक्षित स्थान पर पैर को ऊपर कर बैठ जाएं। इसके अलावा उन्होंने अस्पताल में रखे सामान को विशेष उंचाई पर नहीं रखने की सलाह दी। कहा कि जहां मरीज या डाक्टर रह रहे हैं वहां भी उनके आस पास ऊंचाई पर सामान नहीं रखें। बताया कि आने जाने का रास्ता साफ होना चाहिये। मौके पर सीएस डॉ अंजनी कुमार, एसीएमओ डॉ कुमार रंजीत राय, डीएस डॉ एसएन सिंह, जिला महामारी अधिकारी डॉ. राहुल राज, प्रबन्धक भारत भूषण, कोरोना वार्ड इंचार्ज रीता कुमारी, वर्षा कर्ण, संजय यादव, बच्चा यादव, देवेंद्र सिंह, राजेश पांडे, मनोज झा थे।
