इस वर्ष मकर राशि की सूर्य संक्रांति चौदह जनवरी शनिवार की रात्रि 02.53 बजे से आयेगी अर्थात् भगवान भुवन भास्कर मकर राशि में प्रवेश कर जायेेंगे। चूंकि संक्रांति रात्रि में लग रही है इसलिए शास्त्रीय मान्यता के अनुसार इसका पुण्यकाल अगले दिन रविवार पंद्रह जनवरी को खिचड़ी का पर्व मनाया जाएगा। इसके साथ ही सूर्य उत्तरायण हो जायेंगे और खरमास समाप्त हो जाएगा।विवाह आदि मांगलिक कार्य आरंभ हो जायेंगे। वेद विद्यालय के प्रधानाचार्य सुशील कुमार पाण्डेय,आचार्य रुपेश ओझा व विकास पाण्डेय ने दी। आचार्यों ने बताया कि मकर संक्रांति सूर्योपासना का त्योहार है तथा आध्यात्मिक रिवाज में सूर्य को विशेष स्थान प्राप्त है।
