हाईकोर्ट के आदेश के बाद प्रशासन पीपराकोठी के चांदसरैया बाजार की 14 कट्ठा जमीन ढूंढने में लगी है। कोर्ट के आदेश के आलोक में डीएम के निर्देश पर भूमि ढूंढने में अंचल कार्यालय का पसीना निकल रहा है। भूमि की पैमाइश जब आरम्भ की गई तो क्षेत्र में सनसनी फैल गया। प्रारंभ संकेतों से पता चला है कि करीब 20 आलीशान मकान भूमि पर बने हुए हैं। वर्ष 2006 से लोगों द्वारा हाट की जमीन पर कब्जा कर आलीशान मकान बना लिया गया। वहीं हाट का संचालन स्कूल परिसर में होने लगा। समाजसेवी चुमन जयसवाल ने हाईकोर्ट में लंबी लड़ाई लड़ी। जिसके बाद कोर्ट ने प्रशासन को चार माह का समय देते हुए मामले में कार्रवाई करने का आदेश जारी किया। हालांकि एक दिसम्बर से पैमाइश कार्य कच्छप गति से चल रहा है। वहीं कोर्ट ने प्रशासन को मीना बाजार की 59 डिसिमिल भूमि को भी ढूंढने का आदेश दिया है। आलिशान बने मकान के नीचे बाजार की भूमि का स्पॉट है। वहीं वर्षों से इस भूमि पर लगने वाली बाजार कागज में हीं लगाया जाता रहा है।कई बार सरकारी अमिन उक्त भूमि की पैमाइश कर हार चुके हैं। परंतु भूमि की पैमाइश रिपोर्ट नहीं सौंपा गया। पीपराकोठी में चांदसरैया बाजार व मीना बाजार के नाम भूमि अलग-अलग दो स्थानों पर विभाग द्वारा निबंधित है। परंतु दोनों बाजार की भूमि स्पॉट से गायब है। दोनों बाजार के नाम पर प्रतिदिन प्राथमिक कन्या विद्यालय चांदसरैया के परिसर में संचालित होती हैं। क्या कहते हैं पदाधिकारी: सीओ निरंजन मिश्र ने बताया कि चांदसरैया हाट के भूमि की पैमाइश की गई है। मीना बाजार के भूमि की पैमाइश करा शीघ्र ही रिपोर्ट सौंपा जाएगा।
