सिकरहना क्षेत्र के खेतों में सरसों के फूल लहलहाने लगे है। लेकिन इसके साथ ही फूलों पर लाही का प्रकोप भी देखा जा रहा है। इससे किसानों की चिंता बढ़ गयी है। लाही के प्रकोप से बचने के लिए कुछ घरेलु नुख्से भी है, जो बिना खर्च के किसानों के लिए फायदेमंद है। सहायक तकनीकी प्रबंधक सह प्रखंड उद्यान पदाधिकारी, ढाका पप्पु कुमार व कृषि समन्वयक उमेश वर्मा ने बताया कि यह कीड़ा काफी कमजोर होता है इसलिए किसान खेतों में सर्फ व किरासन तेल का छिड़काव कर लाही से बचाव कर सकते है। एक पुड़िया सर्फ दस लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव कर सकते है, या एक ढक्कन किरासन तेल को एक लीटर पानी में मिलाकर भी छिड़काव कर सकते है। इसका एक और सस्ता उपाय यह है कि दस ईंच के एक पीले रंग के कार्टून में जला हुआ मोबील या ग्रिस लगा दें और उसे दस पंद्रह जगह खेतों में सरसों के पौंधों से उपर लगा दें। यदि दवा का प्रयोग करना है तो मालाथियोन - 50 ईसी डेढ़ एमएल या ऑक्सीडोमेटोन मिथाइल - 25 ईसी एक एमएल या नीम आधारित कीटनाशी दवा का प्रयोग करें।
