स्वरोजगार योजना के तहत जिला पशुपालन विभाग के द्वारा जिले के प्रत्येक पंचायत में मैत्री की नियुक्ति की हरी झंडी विभाग के द्वारा प्राप्त हो गयी है। जिला पशु चिकित्सा पदाधिकारी डा.मृत्युंजय शरण ने बताया कि विगत वित्तीय वर्ष 21-22 में मैत्री की नियुक्ति के लिए प्राप्त आवेदनों में से इक्कासी युवकों का चयन किया गया था। चयनित युवकों में से वित्तीय वर्ष 22-23 में तेईस युवकों ने अपना प्रारंभिक प्रशिक्षण प्राप्त कर लिया है। उन्होंने बताया कि नियुक्ति में उन्हीं युवाओं को प्राथमिकता देनी है ,जिसने इस क्षेत्र में एक वर्ष तक निजी टीकाकर्मी के रुप में काम किया है। अगर उन्होंने कहीं प्रशिक्षण लिया है तो इसके लिए उन्हें अतिरिक्त अंक दिये जायेंगे। चयन सूची में अधिक प्राप्तांक वाले युवाओं का चयन किया जाना है। पशुपालकों को मिलेगी सुविधा आजकल पशुआें का कृत्रिम गर्भाधान कराने के लिए जिले के पशुपालकों को इधर-उधर भटकना पड़ता है या किसी गर्भाधान कार्यकर्ता को बहुत आरजू मिन्नत करनी पड़ती है। अब ऐसी बात नहीं होगी। पशुपालकों को अब कहीं नहीं जाना पड़ेगा। अब मैत्री कार्यकर्ता प्रत्येक गांव और प्रत्येक पंचायत में घर-घूम कर सरकार के द्वारा निर्धारित शुल्क पर गर्भाधान का कार्य करेंगे।