पछुआ में आई तेजी से क्षेत्र में कनकनी बढ़ गई है। इससे अधिकतम तापमान के साथ अब न्यूनतम तापमान में लगातार कमी आ रही है। मौसम विभाग का अनुमान है कि अगले दो दिन तक सूबे में ठंड में और बढ़ोतरी होगी। इससे राज्य में कई जगहों पर शीतलहर या शीत दिवस की स्थिति बन सकती है। केविके मौसम वैज्ञानिक डॉ नेहा पारिख ने बताया कि मौसम की ताजा स्थिति को देखते हुए राज्य के उत्तर-पूर्व के छह जिलों को छोड़कर पूरे राज्य में कोल्ड डे की चेतावनी जारी कर दी गई। बिहार में पछुआ में आई तेजी से राज्य में कनकनी का प्रसार बढ़ा है। इससे अधिकतम तापमान के साथ अब न्यूनतम तापमान में लगातार कमी आ रही है। मौसम विभाग का अनुमान है कि अगले दो दिन तक सूबे में ठंड में और बढ़ोतरी होगी। इससे राज्य में कई जगहों पर शीतलहर या शीत दिवस की स्थिति बन सकती है। मौसम की ताजा स्थिति को देखते हुए राज्य के उत्तर-पूर्व के छह जिलों को छोड़कर पूरे राज्य में कोल्ड डे की चेतावनी जारी कर दी गई। इसके पीछे न्यूनतम तापमान में तेजी से संभावित गिरावट मानी जा रही है। अगले दो दिन राज्य के 32 जिलों में संभावित कोल्ड डे को देखते हुए लोगों को सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है। बाकी अन्य छह जिलों सुपौल, अररिया, किशनगंज, मधेपुरा, पूर्णिया और कटिहार में घने कोहरे की स्थिति इन दो दिनों में रहेगी। मौसमविदों के अनुसार कोहरे और कनकनी के प्रसार से कड़ाके की ठंड का असर राज्यव्यापी है। गुरुवार को बिहार के पांच शहर दिनभर कोल्ड डे की चपेट में रहे। भागलपुर में ठंड की स्थिति की वजह से मौसम विभाग ने भीषण शीत दिवस की चेतावनी जारी की। वहीं पूर्णिया, सबौर (भागलपुर), डेहरी (रोहतास) और मोतिहारी (पूर्वी चंपारण) भी शीत दिवस की चपेट में रहे। इन शहरों में न्यूनतम तापमान मानक से काफी नीचे था, इस वजह से शीत दिवस की घोषणा की गई। राज्यभर में सबसे कम न्यूनतम तापमान फारबिसगंज में सात डिग्री सेल्सियस जबकि सबसे कम अधिकतम तापमान पूसा में 11.8 डिग्री दर्ज किया गया
