कंचन,समस्तीपुर से बिहार मोबाइल वाणी के माध्यम से कहना चाह रही है की घरेलु हिंसा से सम्बंधित बातो पर सरकार तक अपनीं राय पहुचाना चाह रही है.इनका कहना है की हमारे देश में सबसे बड़ी समस्या है महिलाओ पर अत्याचार।इसे रोकना बहुत ही जरुरी हो गया है कुछ लोग कहती है महिलाए एकजुट होगी तो अपनी सुरक्षा कर पाएंगी और अपने ऊपर हो रहे अत्याचार को रोक पाएंगी लेकिन ये तब हो पायेगा जब महिलाए घर से बाहर निकलेगी,एक दुसरे से मिलेगी और उससे बात करेंगी पर ऐसा होता नहीं हैऔर अगर कभी वह बाहर निकल भी गयी या किसी से बात कर ली तो उसे बत्चलन समझा जाता है.वह अपने ऊपर हो रहे अत्याचार के लिए कुछ नहीं कर पाती है जबकि एक महिला पर हो रहे अत्याचार को एक महिला ही रोक सकती है और यह तब संभव है जब वह अपने पैर पर खड़ी होगी।ऐसी बहुत सी औरते पढ़ लिख कर घर बैठी है और जब उससे पूछा जाता है की उन्हें क्या बनना है तो वह कहती है की उन्हें पुलिस बनना है क्योकि अगर पुलिस में जायेंगे तो हमपर कोई अत्याचार नहीं करे और अत्याचार करने वाले पुलिस को सजा दिलाएंगे।