जिला समस्तीपुर,से संजीव कुमार बिहार मोबाईल वाणी के माध्यम से कहते है की नारी सशक्तिकरण के लिए महिलाओं को 50% आरक्षण सरकार द्वारा दिया गया है इसके बावजूद महिला हिंसा काम नहीं हुई है।महिलाओं के साथ लूट और बलात्कार जैसी अमानवीय घटना होती है।महिलाये अत्यंत कस्ट सहती है।पहले महिलाये खुल कर जीती थी और उनका सम्मान किया जाता था। लेकिन अब ने तो कोई महिलाओ का सम्मान करता है और न ऐसे लोग है जो उनका सम्मान करे।महिलाओ को भले ही 50% आरक्षण मिला है लेकिन अभी भी उनके पैरो में बेड़िया बंधी है। आज के ज़माने में महिलाये ANM,आशा साहिया,मुखिया और सेविका है लेकिन वो घर में घूँघट के अंदर रहती है और उनका काम उनके परिवार वाले सँभालते है।महिलाये अपने पत्ति और परिवारवालो का कहना मानती है और पुरुष महिलाओ पर अत्याचार करना अपना जन्मसिद्ध अधिकार मानते है।महिलाये सृष्टि की रचना कराती है उनका सम्मान करना चाहिए।
