छपरा: जल प्रबंधन की उचित व्यवस्था कर फसलों के उत्पादन वृद्धि लाई जा सकती है। उक्त बातें कृषि समन्वयक के दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रशिक्षकों ने कही। कृषि भवन के सभागार में में आयोजित जिले के 10 प्रखंडों के कृषि समन्वयकों को जल जीवन हरियाली योजना के तहत प्रशिक्षण दिया गया। इस दौरान कृषि से संबंधित कार्यों के निष्पादन के बारे में जानकारी दी गयी । इस मौके पर सहायक निदेशक (कृषि अभियंत्रण) संजय कुमार ने खरीफ फसल के समय जल संचयन एवं सिंचाई प्रबंधन के बारे में विस्तृत जानकारी दी। जबकि जिला समन्वयक गौतम कुमार पंडित ने कहा कि जल जीवन हरियाली योजना के तहत जल जमाव वाले क्षेत्रों और सूखाग्रस्त क्षेत्रों में जल प्रबंधन की उचित व्यवस्था कर फसलों के उत्पादन वृद्धि लाई जा सकती है। इसके लिए सरकार के द्वारा कई महत्वपूर्ण कार्यक्रम शुरू किया गया है। कृषि समन्वयक दीपक कुमार ने जल जीवन हरियाली योजना के तहत कृषि के साथ बागवानी एवं जैविक कैरीडोर बनाने के बारे में विस्तृत जानकारी दी। समारोह को कृषि समन्वयक मिथुन कुमार तथा दीपक कुमार सिंह आदि ने संबोधित किया। पहले दिन प्रशिक्षण कार्यक्रम में 10 प्रखंडों के कृषि समन्वयक उपस्थित थे । जबकि शनिवार को पुनः 10 प्रखंडों के कृषि समन्वयकों को प्रशिक्षण दिया जायेगा। कृषि मंत्री ने 15 जून तक जल जीवन हरियाली योजना सभी कार्यों को पूर्ण कराने का निर्देश दिया है। स्कूल लेकर जिला तथा प्रखंड स्तर पर कृषि विभाग की ओर से व्यापक स्तर पर कार्य योजना बनाई गई है, जिसे कार्यान्वित करने के लिए पावर प्रजेंटेशन के माध्यम से प्रशिक्षण दिया गया।