सामाजिक कार्यकर्ता समीर कुमार ने ईवीएम मशीन के बारे में बताया कि ईवीएम मशीन वर्तमान समय की मनुस्मृति के समान है जिस तरह से पहले मनुस्मृति में खास वर्गों के लिए ही जगह होती थी उसी तरह से ईवीएम मशीन भी है और यह एक तकनीक है कि एक तकनीक के माध्यम से कुछ गलतियां भी होती है उन्होंने उदाहरण देकर समझाएं कि आपको मोबाइल फोन का यूज करते हैं वह भी एक तकनीक से बना हुआ और इसमें कॉल फॉरवर्ड करने का डाइवर्ट करने की सुविधा होती है उसी तरह ईवीएम मशीन में हैं वह ट्रांसफर हो सकता है साथ में ईवीएम मशीन का प्रयोग नहीं करते हैं साथ ही उन्होंने कहा कि आगामी 2019 का लोकसभा चुनाव बैलेट पेपर पर होना चाहिए ताकि जनता को संतुष्टि मिल सके की हमने किसे वोट दिया