बिहार राज्य के जमुई जिले अंतर्गत गिद्धौर प्रखंड से भीम राज जी मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे है कि कार्टून फिल्मो से बच्चों पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है। कार्टून फिल्म आजकल के बच्चों के दैनिक जीवन का एक अनिवार्य हिस्सा बनते जा रहे हैं। कार्टून केनाशे के कारण वे अधिक समय घर के अंदर बिताते हैं। वे बाहर खेलने के उत्साह को कभी समझ ही नहीं पाते। बाहर जाकर खेलने से उन्हें प्रकृति को समझने का मौका मिलता है। कार्टून में दिखाए गए भाषा को आजकल के बच्चे बोलने लग गए है। इससे बच्चो के व्यवहार में बदलाव हो रहा है। पढ़ाई में रूचि कम होने के साथ-साथ बच्चे खाना भी सही समय पर खा नहीं पा रहे है। कार्टून में समोसे और लडडू खाते देख बच्चे भी इसे खाने की जिद करने लग गए है। हमे इस तरह के चीज़ो से बचना चाहिए।