बिहार राज्य के जमुई जीले से दिलीप पांडेय जी मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि मुख्यमंत्री बनने के बाद पहली बार बिहार आए योगी आदित्यनाथ ने सरकार बनने के 24 घंटे के अंदर यूपी में अवैध बूचडख़ाना को बंद किए जाने की चर्चा करते हुए नीतीश से इसे बिहार में बंद करने की चुनौती दी। लालू-नीतीश की जोड़ी को बेमेल शादी बताते हुए कहा कि बिहार को इससे मुक्त कराना जरूरी है। योगी ने केंद्र सरकार के तीन साल को बेमिसाल बताया। मोदी सरकार की योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाने का भी आह्वान किया।केंद्र की विभिन्न योजनाओं की चर्चा करते हुए योगी ने कहा कि गांव-गांव में बिजली पहुंच रही। गरीबों के घरों में गैस चूल्हे जल रहे। मगर, जहां भाजपा की सरकार नहीं वहां ये योजनाएं ईमानदारी से लागू नहीं हो रहीं।योगी ने कहा कि समग्रता के लिए बिहार में परिवर्तन जरूरी है। जब तक परिवर्तन नहीं होगा, वे आते रहेंगे। बिहार और यूपी के संबंध को भावनात्मक बताते हुए कहा कि वे इसे निभाने यहां आए हैं। दोनों राज्यों का संबंध युग-युगांतरों से रहा है। पूर्वांचल की संस्कृति बिहार की पार्ट टू है। इसलिए यूपी के साथ बिहार में काम करने का दायित्व लिया है। वे पहली बार यहां आए हैं। योगी ने कहा कि यूपी में महत्वपूर्ण पदों पर बिहार के अधिकारियों को बिठाया है। लोग इस बारे में पूछते हैं, तो जवाब यह होता कि प्रतिभा बिहार के लोगों में है तो कहां से लाऊं। योगी ने दुख जताया कि बिहार की प्रतिभा हमेशा नेतृत्व करने वाला रहा है। मगर, इस प्रतिभा को नजर लग गईऔर यहां का युवा हताश है। उनका पलायन हो रहा। सभा को भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष नित्यानंद राय, पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, नेता प्रतिपक्ष प्रेम कुमार, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष नंदकिशोर यादव ने संबोधित किया।