गिद्धौर प्रखंड क्षेत्र के लगभग कुंए जीर्णोद्धार इंतजार में पड़ा हुआ है अगर इन कुँओं का जीर्णोद्धार कर दिया जाए तो किसानों के चेहरे पर मुस्कान वापस लौट सकता है क्योंकि कुँआ पेयजल और सिंचाई का उत्तम साधन है