जमुई जिले भर में पर्याप्त बारिश नहीं हाेने से धान के बिचड़े सूख रहे हैं और खेतों में दरारें पड़ने लगी है। अगर समय पर धान की बुआई नहीं हुई तो किसानों पर आर्थिक बोझ बढ़ जाएगा। बता दे की इसी फसल पर किसानों की सारी उम्मीदें टिकी रहती है। बच्चे को पढ़ाना हो, बेटी की शादी करनी हो या महाजन का कर्ज चुकाना हो सब इसी फसल पर निर्भर करता है।इसको लेकर किसान परेशान नजर आ रहे हैं। किसान सुखाड़ की अाशंका से सहमे हैं। किसानों को कुछ सूझ नहीं रहा कि वे क्या करें। बारिश नहीं होने से इस बार फिर खरीफ फसल पर ग्रहण लगता दिख रहा है। वही जबकि रबी फसल भी मेहनत व लागत के अनुरूप नहीं होने से किसान खरीफ फसल पर आस लगाए बैठे हैं।