गिद्धौर प्रखंड के रतनपुर हाई स्कूल के समीप शिव मंदिर में भगवान श्री गणेश और नंदी बाबा के द्वारा दूध पीने का दावा किया जा रहा है। खबर फैलते ही दूर-दूर से सैकड़ों की संख्या में लोग दूध लेकर मंदिर पहुंचे। लोग इसे भगवान शिव का चमत्कार मान रहे हैं,तो वहीं कुछ लोग का कहना है कि यह केवल भ्रम है। बता दें कि सावन के महीने में यह चमत्कार लोगों के लिए श्रद्धा और आस्था का केंद्र बना हुआ है रतनपुर निवासी अमरनाथ केसरी ने बताया कि जब उन्हें किसी ने बताया कि मंदिर में गणेश जी एवं नंदी भगवान दूध पी रहे तो वह भी स्नान ध्यान कर मंदिर पहुंच गए उन्होंने भी अपने हाथ से दूध पिलाया तो भगवान श्री गणेश एवं नंदी बाबा दूध पी लिया भगवान का चमत्कार देखकर हम सभी अचरज में हैं। मंदिर दर्शन करने पहुंची एक अन्य श्रद्धालुओं ने भी कहा कि उसके हाथ से भी भगवान दूध ग्रहण किया है। हालांकि यह पहला मामला नहीं है कि जब भगवान की प्रतिमाओं ने दूध पिया हो पिछले वर्ष भी मंदिरों में भगवान ने जल एवं दूध ग्रहण करने का मामला सामने आया है। बरहाल जो भी हो इसे आप आस्था कहिए या अंधविश्वास लेकिन सावन महीने में बिहार के कई हिस्से में गणेश जी एवं नंदी बाबा के द्वारा दूध पीने की अफवाहों का बाजार गर्म है इसे लेकर सोशल मीडिया में भी वीडियो वायरल किया जा रहा है। वही इसे लेकर विज्ञान का कहना है कि यह धार्मिक आस्था से जुड़ा हुआ प्रश्न है। वहीं वैज्ञानिक दृष्टिकोण रखनेवालों का कहना है कि विज्ञान की दृष्टि से पत्थरों में वैक्यूम पोर्च(निर्वात छिद्र) उत्पन्न हो जाते हैं और गर्मी के दौरान पानी का पृष्ठ तनाव भी कम हो जाता है। ऐसी स्थिति में ऐसा होना बिल्कुल सामान्य है। भगवान की प्रतिमाएं पत्थर की होती हैं। पत्थर में बारीक-बारीक नलिकाएं होती हैं। पानी में सरफेस टेंशन के कारण पानी पत्थर की नलिकाओं में चला जाता है। यह वैज्ञानिक कारण है।