बिहार के दीपक कुमार मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बता रहे है कि दो चरणों में कुल 892 पदों पर की जानी है नियुक्ति मेडिकल कालेजो में डाक्टरों की कमी पूरा करने हेतु बड़ा कदम पटना/ 18 मई : राज्य के मेडिकल कॉलेजों में बेहतर शिक्षण व्यवस्था बहाल करने की दिशा में राज्य सरकार ने नए एसिस्टेंट प्रोफेसरों की नियुक्ति के लिए सूचना जारी की है. राज्य के 9 मेडिकल कॉलेजों में संविदा के आधार पर दो चरणों में कुल 892 एसिस्टेंट प्रोफेसरों की नियुक्ति की जाएगी. जिसमें पहले चरण में कुल 369 पदों पर नियुक्ति हुई है एवं शेष बचे 523 एसिस्टेंट प्रोफेसरों की नियुक्ति दूसरे चरण में की जाएगी. कुल नियुक्ति के पहले चरण में राज्य के 9 मेडिकल कॉलेजों में कुल 369 एसिस्टेंट प्रोफेसरों की नियुक्ति शुक्रवार को सम्पन्न हुई है. पटना एवं नालन्दा मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में 51 पदों पर ,दरभंगा मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में 48 पदों पर, श्री कृष्णा मेडिकल कॉलेज, मुजफ्फरपुर में 58 पदों पर , जवाहर लाल नेहरु मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में 43 पदों पर ,अनुग्रह नारायण मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल, गया 60 पदों पर ,वर्दमान इंस्टिट्यूट ऑफ़ मेडिकल साइंसेज. पावापुरी में 17 पदों पर, गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज बेतिया में 11 पदों पर, जन नायक कर्पूरी ठाकुर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल, मधेपुरा में 30 पदों पर पहले चरण में नियुक्ति हुई है. प्रधान सचिव स्वास्थ्य संजय कुमार ने बताया कि राज्य के 9 मेडिकल कॉलेजों में पहले चरण के अंतर्गत 369 एसिस्टेंट प्रोफेसरों की नियुक्ति से गुणवत्तापूर्ण शिक्षण व्यवस्था बहाल करने में मदद मिलेगी. साथ ही इससे मेडिकल कॉलेजों द्वारा प्रदान की जा रही चिकित्सकीय सेवा में भी वांछित सुधार संभव होगा. उन्होंने बताया कि दूसरे चरण में कुल 892 पदों के सापेक्ष बचे हुए 523 पदों पर नियुक्ति शीघ्र ही की जाएगी. जबकि कई विषयों में नहीं मिल रहे डॉक्टर रिक्त पदों में कई पद ऐसे विषय के लिए हैं जिसमें नियुक्ति हेतु उम्मीदवारों ने आवेदन बहुत ही कम दिया है. सूबे के सभी मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में रेडियोलोजी विषय के एसिस्टेंट प्रोफेसर के पद रिक्त हैं और उनके लिए आवेदन माँगा गया था लेकिन नहीं मिले उम्मीदवार. सिर्फ जन नायक कर्पूरी ठाकुर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल, मधेपुरा को रेडियोलोजी का एक एसिस्टेंट प्रोफेसर मिला है. यही हाल कमोबेश मनोरोग, एफएमटी इत्यादि विषयों का भी है.