शायद ही ऐसा कोई क्षेत्र हो जहां महिलाएं पूरी जिम्मेदारी के साथ अपना काम करती नजर न आती हों? भले ही निजी सर्वेक्षण के अनुसार नौकरीपेशा महिलाओं की संख्या में कमी आ रही हो, लेकिन उनके प्रति विश्वास में कोई कमी नहीं है. ऐसा ही एक उदाहण त्रिपुरा में पेश हो रहा है. जहां आगामी लोकसभा चुनाव में 60 मतदान केन्द्रों की पूरी जिम्मेदारी महिलाओं पर होगी. गौरतलब है कि भारत के निर्वाचन आयोग ने सीईओ को निर्देश दिया था कि प्रत्येक विधाभ्नसभा क्षेत्र में कम से कम एक महिला मतदान केंद्र स्थापित किया जाए. जिसके बाद केवल त्रिपुरा में ही 60 महिला मतदाता केन्द्र बनाएं गए हैं. यहां मतदान करने वालों में महिलाओं के साथ पुरूष भी शामिल होंगे लेकिन मतदान कराने से लेकर केन्द्र में सुरक्षा की जिम्मेदारी तक सब कुछ महिलाओं के हाथ में होगा. क्या आपके क्षेत्र में भी महिला मतदाता केन्द्रों की स्थापना की गई है? आपके क्षेत्र में महिलाओं के मतदान करने का प्रतिशत कैसा है? हमारे साथ साझा करें अपनी बात.