सेंटर ऑफ इंडियन ट्रेड यूनियन (सीटू) केंद्र और कुछ राज्यों की सरकारों द्वारा कर्मचारियों के अयोध्या में राम मंदिर के अभिषेक समारोह में भाग लेने के लिए 22 जनवरी, 2024 को सरकारी कार्यालयों, संस्थानों तथा औद्योगिक प्रतिष्ठानों में छुट्टी की घोषणा की निंदा की है । सत्ता का यह बेजा इस्तेमाल संविधान में निहित व सर्वोच्च न्यायालय द्वारा निर्धारित धर्मनिरपेक्षता के सिद्धांतों का घोर उल्लंघन है, जो स्पष्ट तौर पर सरकारों को किसी एक विशेष धर्म के साथ पहचान न बनाने का निर्देश देता है। सी०आई०टी०यू० इसे आरएसएस-भाजपा सरकार द्वारा सांप्रदायिक उन्माद पैदा करने, संवैधानिक रूप से निर्मित धर्मनिरपेक्ष राज्य तंत्र पर बहुसंख्यकवाद थोपने और विभाजनकारी कुचालों के जरिए समाज में फूट डालने की एक और कोशिश के तौर पर देखती है। संविधान की मूल भावना का उल्लंघन करने वाले इन तमाम कृत्यों, सत्ता के तमाम बेजा इस्तेमालों तथा मज़दूर वर्ग व आम जनता के हितों से ध्यान भटकाने के तमाम प्रयासों का राजनैतिक, वैचारिक और एकताबद्ध तरीके से मुक़ाबला करना होगा। इसी से धर्मनिरपेक्षता, अखंडता और समाज के सभी तबकों के बीच सद्भाव पर आधारित आधुनिक भारत के विचार को मजबूती से आगे बढ़ाया जा सकेगा।