जापान में कामकाजी महिलाओं के खुदकुशी मामले में बीते पांच साल के औसत के मुकाबले 30% अधिक बढ़ोत्तरी हुई है और एक सरकारी रिपोर्ट में इसकी वजह अनियमित काम की प्रकृति को माना गया है. खुदकुशी रोकथाम मामले में जारी सरकारी श्वेत पत्र के अनुसार, 2020 में कामकाजी महिलाओं में खुदकुशी के 1,698 मामले सामने आए हैं. खुदकुशी के पीछे एक बड़ा कारण अनियमित काम यानी ठेका या हायर एंड फ़ायर की भर्ती नीति है क्योंकि उन्हीं कामकाजी महिलाओं में खुदकुशी के अधिक मामले सामने आए हैं जिनकी काम की प्रकृति अनियमित है. हेल्थ, लेबर एंड वेलफ़ेयर मिनिस्ट्री के अनुसार, कोरोना महामारी के दौरान अनियमित काम करने वाले कर्मचारियों में बेरोज़गार होने या उनकी आमदनी कम होने का अधिक ख़तरा हो गया है. जापान में 2020 में खुदकुशी के कुल मामले 21,081 पाए गए जो 2019 के मुकाबले 4.5% अधिक हैं. इसमें कुल 7,026 महिलाओं ने खुदकुशी की, जो कि 2019 के मुकाबले 15.4% अधिक है. खुदकुशी के मामलों पर 1978 से नज़र रखने की शुरुआत हुई थी और कहा जा रहा है कि तबसे ये दूसरी सबसे बड़ी वृद्धि है. साल 2020 में कुल 5,240 बेरोज़गार महिलाओं ने आत्महत्या की जोकि 2015 से 2019 के बीच औसतन 5,268 खुदकुशी के मामलों से कुछ ही काम है।