उत्तरप्रदेश राज्य के कानपूर देहात से लज्जा राम ,साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि बाल मज़दूरी रुकने का नाम नहीं ले रही है। सरकार इस पर प्रयास करती तो आज बाल मज़दूरी नहीं होती। स्कूलों की व्यवस्था भी सही नहीं है। गरीब परिवार के बच्चे समस्याओं से जूझते हुए सही से शिक्षा नहीं ले पाते जिस कारण मज़दूरी बढ़ रही है।