उम्र के अंतिम दौर में भी काम की तलाश कर रही गजरौली से आई कश्मीरी जी को कंपनियां केवल आश्वासन दे कर टरका रही है। ज़्यादातर पार्क में काम कर अपना गुजारा करने को मजबूर है।