महाराष्ट्र से शेख मुबीन जी ने हमारी वाणी कार्यक्रम के माध्यम से बताया कि वे घरों में रहने वाले विकलांग भाइयों को बाहर निकल कर कहीं न कहीं से प्रशिक्षण लेते रहना चाहिए .

महाराष्ट्र के नांदेड़ से दिलीप जी कहते है कि ये नेत्रहीन है और इन्हे रोजगार की आवश्यकता है। अभी ये ट्रैन में व्यवसाय करते है और इनकी पढ़ाई 12वीं पास है।

महारष्ट्र से गंगा जी कहती है कि हमारी वाणी के माध्यम से इन्हे बहुत ही अच्छी-अच्छी जानकारी मिल रही है,इसके लिए धन्यवाद ।

खुर्शीद जी हमारी वाणी के माध्यम से रोजगार के बारे में जानना चाहते है,अभी ये बीए फर्स्ट ईयर पास कर चुके है