जिला हजारीबाग,प्रखण्ड इचाक से तेज नारायण कुशवाहा जी झारखण्ड मोबाईल वाणी के माध्यम से बता रहे है की बच्चियों की शादी के लिए माता पिता चिंतित रहते है क्योंकि वो सोचते है अगर बच्चियां समझदार है तो अच्छा है और अगर नासमझ हो तो कही न कही वो कुछ अनैतिक कार्य ना कर ले।और साथ ही माता पिता को यह चिंता भी सताता रहता है की शादी में तिलक और दहेज़ देना पड़ेगा,साथ ही ज्यादा उम्र हो जाने पर लोग उसे ताना मारते है।इनका कहना है की समाज के लोगो में जागरूकता होनी चाहिए की लड़कियाँ अपने पैरो पर खड़ी हो जाये,शारीरिक और मानसिक रूप से भी मजबूत हो जाये उसके बाद उसकी शादी होनी चाहिए।सरकार को भी इस ओर ध्यान देना चाहिए ताकि लड़कियों की शादी समय से हो सके।